फूट नहीं, एकजूट
होना होगा
अब गुलामी नहीं, स्वतन्त्रता लाना होगा...
(मधेशी एकता का यह सात मंत्र सर्वत्र उच्चारण करें)
अब गुलामी नहीं, स्वतन्त्रता लाना होगा...
(मधेशी एकता का यह सात मंत्र सर्वत्र उच्चारण करें)
दलों में बिभाजित होकर हम एकता के
बारे में सोच ही नहीं सकते | अलग
अलग वोट लेकर,
अलग अलग सदस्यता देकर हम एकता की बात
नहीं कर सकते हैं | मधेश
पर अभी परायों का शासन है | औपनिवेशिक
शोषण और उत्पीड़न है | राज्य
की हरेक संयन्त्र पर नेपालियों का नियन्त्रण है | सेना उनकी है, पुलिस
और कानून उनका है | देश
भी उनका और नरेश भी उनका ही है |
मधेशी यहाँ गुलाम है और गुलामों के लिए पहली लड़ाई हक और अधिकार की नहीं होती | उन्हें पहले आजाद़ होना पड़ता है | पराधीनता को खत्म करना पड़ता है | स्वतन्त्रता लाकर खुद का अपना देश बनाना पड़ता है | हक अधिकार की लड़ाई परायों का देश में रहकर नहीं की जाति है | वह लड़ाई तो अपना देश में होती है | हक और अधिकार अपना देश में ही मिल सकती है |
मधेशी यहाँ गुलाम है और गुलामों के लिए पहली लड़ाई हक और अधिकार की नहीं होती | उन्हें पहले आजाद़ होना पड़ता है | पराधीनता को खत्म करना पड़ता है | स्वतन्त्रता लाकर खुद का अपना देश बनाना पड़ता है | हक अधिकार की लड़ाई परायों का देश में रहकर नहीं की जाति है | वह लड़ाई तो अपना देश में होती है | हक और अधिकार अपना देश में ही मिल सकती है |
नेपालियों की सेवा करने, पराया
मुल्क में माथा रगड़ने और प्राणों की आहुतियाँ देकर भीख मांगने से कुछ मिलनेवाला नहीं
है | अतः
मधेश आजाद़ी का एक लक्ष लेकर मधेश आजाद़ नहीं हो जानेतक एकजूट होकर अन्तिम संघर्ष
करें | आजाद़
मधेश में भी पार्टी बनेगी, चूनाव
होगी, सरकार
बनेगी, मंत्री
सांसद बनेंगे | अलग
अलग दल होंगे, अलग
अलग अध्यक्ष बनेंगे, प्रतिस्पर्धा
करेंगे, मधेशी
सत्ता बनाएंगे, मधेशी
सरकार में जाएंगे |
परंतु मधेश आजाद़ नहीं हो जाने तक, मधेश एक स्वतन्त्र देश नहीं बन जानेतक सभी मिलकर, आपस में एकता बनाकर एकजूट संघर्ष करें |
परंतु मधेश आजाद़ नहीं हो जाने तक, मधेश एक स्वतन्त्र देश नहीं बन जानेतक सभी मिलकर, आपस में एकता बनाकर एकजूट संघर्ष करें |
निचे ७ अति महत्वपूर्ण नारे दिए गए हैं, जो बृहत मधेशी एकता हेतु हर एक मधेशी
के लिए आवश्यक हैं, उसे
हर गाँव, हर
टोल, हर
नगर, हर
डगर और शहर में फैलाएं...
१. "राष्ट्र निर्माण की एक ही पूँजी, संभव वहीं जहाँ एकता है गूँजी
!"
२. "भिन्न भाषा भिन्न वेश, मधेश है हमारा स्वतन्त्र देश !"
३. "जात पात तोड दो,
भेदभाव सोचना छोड़ दो !"
४. "विराट, जानकी
और बुद्ध का यह मधेश, फैलाओ
जग में एकता का यह अनमोल सन्देश !"
५. "जब तक हैं बाँकी तन में प्राण, रखेंगे हम अपना मधेश की शान !"
६. पुरव, मध्य
और पश्चिम मधेश, है
हमारा अपना गौरवशाली देश !"
७. "घर-घर से आये एक आवाज़, मिलकर करेंगे हम मधेश आजाद़ !"
जय मधेश, अपना
देश !
No comments:
Post a Comment